Sunday, 25 March 2012

एन0एच0 पे भगवान

दिन जुमा हो या मंगल का
रस्‍ता रोके खुदा का बीच सड़क पर
सन्2013 की राजधानी
हो रहा नमाज मंगलगान
बना रहे घूसखोर
दान-दक्षिणा ले रहे भगवान
मस्‍त भी व्‍यस्‍त भी
खुदा हो रहा आग
हो रहा पानी-पानी

2 रस्‍ता जाम कर हो रहा ईबादत
ओ भैये ,गुरू ,दादा ,अन्‍ना
कौन सा मौलिक अधिकार है तेरा
पढ़ाई-लिखाई ,अस्‍पताल दुकान
क्‍या खुदा के कहने से करता हलकान
भगवान केा उंचा सुनने की बीमारी नहीं है प्‍यारे
तो मैं कबीर का प्रवचन बंद करू न !
ठीक है तो आ रहा थानेदार गंडा सिंह
उसे ही पकड़ाता हूं पांच सौ का नोट
मारेगा डंडा घूमा घूमा के आगे-पीछे
तब बताना उसको मानवाधिकार का सेक्‍शन नं0 फलां

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