बच्चे बस फूल को ही देखते
और फूल सा ही खिलते हैं
पॅखुडियो का कटीलापन भाता है किशोरो को
युवा खोजते है फूलो मे गंध
गंधमे भी सेर भर मादकता
इन सबसे अलग प्रौढ फूलो का अर्क बनाना चाह
े उन्हे पता है फूल पत्ते पराग बीज की सच्चाई
बिनदत्ता बुढवा हंसता है आख मून्द मून्द कर
बोलता है उंगली घूमा घूमा कर '' उसे क्या पता .........''
क्योंकि उसे सब कुछ पता है
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