मेरे दीवार पर टॅगी हाथी युगल आपका नहीं है
फूलजल अर्पित नहीं किया इसने
ऐरावत का ऐश्वर्य इसमें मत देखें
गणेश का सर इसके पूर्वजों से नहीं बना
लीलाधर ने इसे कब बचाया
यह कलियुग का चुनावी हाथी भी नहीं है
यह तो अपने आप में ही मत्त हाथी हथिनी है
नवदम्पति है क्या
क्षमा करना लक्ष्मी
कोई रार तो नहीं कर रहा
पर सोच नही पा रहा
तुमको पूजूं या तुम्हारे हाथी को
वैसे मेरी हाथी को किसी अनाम कुम्हार ने बनाया है
इसका कलात्मक मूल्य नगण्य है
बहुत सुंदर प्रस्तुति , दीपावली की हार्दिक शुभकामनाये...
ReplyDeletesparkindians.blogspot.com
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाये.
ReplyDeleteबहुत सुन्दर प्रस्तुति।
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